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पंचवर्षीय योजना के बारे में important जानकारी योजना आयोग

जय माता दी दोस्तों आज हम लोग पंचवर्षीय योजना के बारे में जानेंगे इस आर्टिकल में कुछ important जानकारी जो एक स्टूडेंट्स के लिए बहुत ही हेल्प फुल होगा l

दोस्तों ये सभी एग्जाम के लिए इम्पोर्टेन्ट हैl upsc/ias exam pcs exam ssc exam and all competition exam

भारत की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा, भारत के योजना आयोग द्वारा विकसित, कार्यान्वित और इसकी देख रेख में चलने वाली पंचवर्षीय योजनाओं पर आधारित है। प्रधानमंत्री के योजना आयोग का पदेन अध्यक्ष पद के साथ, आयोग का एक मनोनीत उपाध्यक्ष भी होता है जिसका ओहदा, एक कैबिनेट मंत्री के बराबर होता है।

योजना आयोग 15 मार्च 1950 ई० में गठन हुआl 

1. पहली पंचवर्षीय योजना 15 अप्रैल 1951 से 31 मार्च 1956 तक चला
2. दूसरी पंचवर्षीय योजना 1 अप्रैल 1956 से 31 मार्च 1961 तक चला
3. तीसरी पंचवर्षीय योजना 1 अप्रैल 1961 से 31 मार्च 1966 तक चला
4. चौथी पंचवर्षीय योजना 1 अप्रैल 1969 से 31 मार्च 1974 तक चला
5. पांचवीं पंचवर्षीय योजना 1 अप्रैल 1974 से 31 मार्च 1978 तक चला
6. छठी पंचवर्षीय योजना 1 अप्रैल 1980 से 31 मार्च 1985 तक चला
7. सातवीं पंचवर्षीय योजना 1 अप्रैल 1985 से 31 मार्च 1990 तक चला
8. आठवीं पंचवर्षीय योजना 1 अप्रैल 1992 से 31 मार्च 1997 तक चला
9. नौवीं पंचवर्षीय योजना 1अप्रैल 1997 से 31 मार्च 2002 तक चला
10. दसवीं पंचवर्षीय योजना 1 अप्रैल 2002 से 31 मार्च 2007 तक चला
11. ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना 1 अप्रैल 2007 से 31 मार्च 2012 तक चला
12. बारहवीं पंचवर्षीय योजना 1 अप्रैल 2012 से 31 मार्च 2017 तक कार्यकाल था लेकिन योजना आयोग को 2015 में ख़त्म कर निति आयोग की स्थापना किया l

 

1. पहली पंचवर्षीय योजना का उद्देश्य था अर्थव्यवस्था के संतुलित विकास की प्रक्रिया करना l इसी योजना के दौरान पाँच इस्पात संयंत्रों की नींव रखी गई। अधिकतर पंचवर्षीय योजनाओं में किसी न किसी क्षेत्र को प्राथमिकता दी गई।

2. दूसरी पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य समाजवादी समाज की स्थापना करना था l द्वितीय योजना के लिए भारी तथा मूल उद्योगों पर विशेष बल दिया गया। इन मूल महत्त्व के उद्योगों अर्थात् लौहे एवं इस्पात, अलौह धातुओं, भारी रसायन, भारी इंजीनियरिंग और मशीन निर्माण उद्योगों को बढ़ावा देने का दृढ़ निश्चय किया गया।

3. तीसरी पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य अर्थव्यवस्था को आत्मनिर्भर बनाना था l कृषि व उद्योग दोनों के विकास को लगभग समान महत्व दिया गया। चीन (1962) और पाकिस्तान (1965) से युद्ध एवं वर्षा न होने के कारण यह योजना अपना लक्ष्य प्राप्त करने में असफल रही, जिसके कारण चौथी योजना तीन वर्ष के लिए स्थगित करके इसके स्थान पर तीन एक वर्षीय योजनाएँ लागू की गईं।

4. चतुर्थ पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य स्थायित्व के साथ विकास और आर्थिक आत्मनिर्भरता बनाना था l स्थिरता के साथ आर्थिक विकास तथा आत्मनिर्भरता की अधिकाधिक प्राप्ति।

5. पांचवी पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य गरीबी उन्मूलन और आत्मनिर्भर बनाना था l पाँचवीं योजना का कार्यकाल 1974 से 1978 तक रहा। मार्च, 1978 में जनता पार्टी की सरकार ने चार वर्षों के पश्चात ही ‘पाँचवीं योजना’ को समाप्त कर दिया था।

6. छठी पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य गरीबी उन्मूलन और रोजगार में वृद्धि था l जब कांग्रेस सरकार ने नयी छठी योजना 1980 से 1985 की अवधि हेतु तैयार की, तब विकास के ‘नेहरू मॉडल’ को अपनाया गया, जिसका लक्ष्य ‘एक विकासोन्मुख अर्थव्यवस्था में गरीबी की समस्या’ पर सीधा प्रहार करना था।

7. सातवीं पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य उत्पादकता बढ़ाना और रोजगार के अधिक अवसर जुटाना था l सातवीं योजना में खाद्यान्नों की वृद्धि, रोज़गार के क्षेत्रों का विस्तार एवं उत्पादकता को बढ़ाने वाली नीतियों एवं कार्यक्रमों पर बल देने का निश्चय किया गया। 1990-91 व 1991-92 के लिए नयी सरकार वार्षिक योजना लाई।

8. आठवीं पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य मानव संसाधनों का विकास करना था l आठवीं योजना का कार्यकाल 1992 से 1997 तक रहा। केन्द्र में राजनीतिक अस्थिरता के कारण ‘आठवीं योजना’ दो वर्ष देर से प्रारम्भ हुई।

9. नौवीं पंचवर्षीय का मुख्य उद्देश्य न्यायपूर्ण वितरण और समानता के साथ विकास को दिया गया l केवल निर्माण, सार्वजनिक, सामुदयिक एवं वैयक्तिक सेवाओं में उपलब्धि लक्ष्य से अधिक थी। नौवी योजना की समग्र समीक्षा से यह बात स्पष्ट हो जाती है कि सकल राष्ट्रीय उत्पादक की वृद्धि, बचत एवं विनियोग और निर्यात एवं आयत के लक्ष्यों की प्राप्ति में गम्भीर कमी रही।

10. दसवीं पंचवर्षीय इसका मुख्य उद्देश्य देश में गरीबी और बेरोजगारी समाप्त करके प्रति व्यक्ति आय 2 गुनी करना था l दसवीं योजना में पहली बार राज्यों के साथ विचार- विमर्श कर राज्यवार विकास दर निर्धारित की गयी। इसके साथ ही पहली बार आर्थिक लक्ष्यों के साथ- साथ सामाजिक लक्ष्यों पर भी निगरानी की व्यवस्था की गयी।

11. ग्यारवीं पंचवर्षीय का मुख्य उद्देश्य तीव्रतम एवं समावेशी विकास था l जीडीपी वृद्धि दर को 8% से बढ़ाकर 10% करना और इसे 12वीं योजना के दौरान 10% पर बरकार

12. बारवीं पंचवर्षीय का मुख्य उद्देश्य विकास का लक्ष्य 10 % करना था l योजना आयोग ने वर्ष 2012 से 2017 तक चलने वाली 12वीं योजना में सालाना 10 फीसदी की आर्थिक विकास दर हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया थाl

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